
स्पाइनल टीबी (रीड की हड्डी का क्षय रोग) - Spinal TB
क्षय रोग (टीबी) मूल रूप से एक संक्रामक रोग है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होता है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है। हालांकि, यह संक्रमण अन्य अंगों में फैल जाता है। जब संक्रमण स्पाइनल कॉर्ड (रीड की हड्डी) में फैल जाता है, तो इसे स्पाइनल ट्यूबरकुलोसिस कहा जाता है।
स्पाइनल टीबी (रीड की हड्डी) एक बहुत कॉमन इंफेक्शन है जो की रीड की हड्डी जिसमें रीड की हड्डी में पस बनता है और हड्डी डिस्क को गल्ला देता है। काफी लोगों को ऐसा लगता है कि टीबी सिर्फ फेफड़ों में होता है, लेकिन फेफड़ों के बाद में स्पाइन सबसे कॉमन जगह है जहां पर टीबी हो सकता है।
2019 में स्पाइनल ट्यूबरकुलोसिस पर किए गए रिसर्च के अनुसार, दुनिया भर में टीबी के लगभग 10 मिलियन मामले थे जिसमें से 2/3 अंश आठ देशों में फैले हुए है, जिसमें से 27% भारत से है।
स्पाइनल टीबी के लक्षण - Symptoms of Spinal TB in Hindi
स्पाइनल टीबी के कुछ आम लक्षण हो सकते है:
- पीठ दर्द स्पाइनल टीबी का सबसे पहला संकेत है।
- इस के आम लक्षण है कमर में दर्द, गर्दन में दर्द, बुखार, वजन कम होना, या फिर कुछ मरीजों में कभी नस दबने की वजह से मरीजों को पैरों में कमजोरी या पैरालिसिस भी हो सकता है।
- यदि पीठ दर्द समय के साथ बढ़ता जाता है तो रोगी को खड़े होने या चलने में अत्यधिक कठिनाई, बैठने में परेशानी, कमजोरी और जकड़न का सामना करना पड़ सकता है।
- इसके अलावा, स्पाइनल टीबी से नसों की कुछ परेशानियां हो सकती है जैसे की दोनों पैरों में पैरालिसिस (लकवा) हो सकता है, या आपकी सेंसेशन (sensation) घट सकती है।
स्पाइनल टीबी का निदान - Diagnosis of Spinal TB in Hindi
अगर स्पाइनल टीबी का निदान सही समय पर कर लिया गया तो यह बीमारी जल्दी ठीक हो सकती है। आपका आर्थोपेडिक सर्जन आपसे कुछ सवाल पूछ सकता है जिसमें की आपकी पिछली बीमारी और आपके द्वारा सामना की जाने वाली समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आर्थोपेडिक सर्जन कुछ परीक्षणों का सुझाव दे सकता है, जैसे की
- ब्लड टेस्ट - डॉक्टर आपको कुछ जांच करने को बोल सकता है जिसमें हीमोग्लोबिन, टि एल सी (TLC) और ई एस आर (ESR) की जांच हो सकती है।
- X-ray - जैसे ही स्पाइनल टीबी डिस्क के नुकसान के साथ शुरू होता है, X - Ray की मदद से डिस्क के बीच में कम स्पेस दिखाई देगा।
- MRI - MRI की मदद से हड्डी का संपूर्ण रूप से निदान हो जाता है, जिसमें हमारी रीड की हड्डी में हुआ नुक्सान साफ़- साफ़ नज़र आता है।
स्पाइनल टीबी का इलाज - Treatment of Spinal TB in Hindi
हालांकि स्पाइनल टीबी विकसित होने की संभावना कम (1-3%) है, लेकिन एक बार इसकी पहचान हो जाने पर आपको तुरंत इलाज शुरू कर देना चाहिए। लंबे समय तक अनुपचारित रहने पर यह और भी खराब हो सकता है। स्पाइनल टीबी का इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है जिसमें शामिल हैं:
- कीमोथेरेपी - टीबी के रोगियों के इलाज का मुख्य तरीका एंटी-ट्यूबरकुलर थेरेपी (एटीटी) है। पेशेंट को किस तरह का टीबी है उसके अनुसार एंटी-ट्युबरक्युलर थेरेपी शुरू की जाती है। यदि सही समय पर यह बीमारी का पता लगा लिया जाए तो केवल दवाइयों से इसका इलाज हो जाता है। कम से कम यह दवाइयां 9 महीने से 1 साल के लिए लेनी पड़ती है। डॉक्टर की निगरानी में धीरे-धीरे इन दवाइयों का इस्तेमाल भी कम कर दिया जाता है।
- पूर्ण आराम - दवा के साथ, दर्द से राहत के लिए, आपको सम्पूर्ण आराम करने की सलाह दी जाएगी। न्यूरोलॉजिकल जटिलताओं को रोकने के लिए भी पूर्ण आराम की आवश्यकता होती है।
- सर्जरी - जब रीढ़ की हड्डी पूरी तरीके से कमजोर हो जाती है, तो अक्सर सर्जरी की सलाह दी जाती है। सर्जरी की सलाह केवल तभी दी जाती है जब मरीज कम से कम 3 सप्ताह के ATT (Anti-tuberculosis therapy) का जवाब न दे। यह घावों को दूर करने, असामान्यताओं को ठीक करने, रीढ़ की हड्डी को सहारा देने और रीढ़ की हड्डी पर दबाव को दूर करने के लिए सर्जरी का सुझाव दिया जाता है।
स्पाइनल टीबी से बचाव - Prevention of Spinal TB in Hindi
स्पाइनल टीबी से बचने के लिए, आपको कुछ निम्न तरीको को अपनाना पड़ेगा -
- गंदगी से बचें
- साफ पानी का इस्तेमाल करें
- अपने हाइजीन का ध्यान रखें
- रोज व्यायाम करें
- पौष्टिक आहार का सेवन करें
स्पाइनल टीबी से परेशानियाँ - What Problems Face with Spinal TB?
अगर जल्दी या ठीक से इलाज नहीं किया जाता है, तो स्पाइनल टीबी जानलेवा हो सकती है। आप इलाज के लिए जितनी देर प्रतीक्षा करेंगे, स्थिति उतनी ही खराब होती जाएगी। कुछ जटिलताओं में शामिल हैं:
- समय के साथ आपकी पीठ मूड जाएगी
- इन्फेक्शन आपके बाकी अंगों में भी फैल सकता है
- आपको नसों से संबंधित परेशानियां भी हो सकती है
- आपको पैरालिसिस (लकवा) भी हो सकता है
स्पाइनल टीबी में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - Spinal TB Related Questions
अगर आप अपनी दवाइयाँ समय से लें तो स्पाइनल टीबी को पूरी तरह ठीक होने में 9 से 14 महीने लग सकते हैं।
शरीर के बाकी अंगों से टीबी फैलने की संभावना नहीं होती है मगर फेफड़ों या गले में टीबी की बीमारी संक्रामक हो सकती है। इसका मतलब है कि बैक्टीरिया अन्य लोगों में फैल सकता है।
यदि आप अपनी दवाइयां समय से लेते हैं और अपनी इलाज पूरी तरह करवाते है तो आप हमेशा के लिए स्पाइनल टीबी से ठीक हो सकते है।
हाँ, स्पाइनल टीबी में विटामिन-सी, विटामिन-ए तथा विटामिन-ई युक्त फलों को खाना चाहिए। संतरा, आंवला, अमरूद एवं आम जैसे फलों का सेवन करना चाहिए।
स्पाइनल टीबी में टीबी के शुरुआती लक्षणों में दर्द, कमजोरी और रीढ़ की हड्डी या अंगों में सुन्नता शामिल है। इसके साथ ही कुछ सामान्य लक्षणों में तेज बुखार, रात को पसीना, कमजोरी और वजन कम होना शामिल हैं।
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